विजय कुमार
नई दिल्ली,13 अप्रैल। दिल्ली विश्वविद्यालय से सम्बद्ध श्री अरबिंदो कॉलेज के महिला अधिकारिता प्रकोष्ठ के तत्वावधान में पाखी ने बृहस्पति को कॉलेज प्रांगण में नारी शक्ति के प्रतीक विषय के अंतर्गत अपने वार्षिक उत्सव वीरांगना-2023 का आयोजन किया गया। इस अवसर पर प्राचार्य प्रो.विपिन कुमार , डॉ. हंसराज सुमन , प्रोफेसर सोनी रस्तोगी , प्रो.मीता माथुर , डॉ.प्रदीप कुमार सिंह , डॉ. रश्मि , प्रो. प्रमोद कुमार सिंह भी उपस्थित थे। इस आयोजन में कॉलेज की छात्राओं के अलावा देशभर से 50 से अधिक शैक्षिक संस्थानों की छात्राओं ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में वाई-20 इंडिया के प्रतिनिधि फलित सिजरिया, स्टडोमेट्रिक्स और डिप्लोमेट्रॉन के साथ-साथ वेलेंटिना ब्रह्मण के संस्थापक अध्यक्ष तथा मीडिया वाई-20 इंडिया के सचिव को आमंत्रित किया गया था।
पाखी की संयोजिका डॉ. वंदना भल्ला ने छात्राओं को अपने संबोधन में बताया कि नारी शक्ति के प्रतीक इस उत्सव में छात्राओं के बढ़ चढ़कर भाग लेने एवं उत्कृष्ट प्रदर्शन करने से साबित हो जाता है कि महिलाएं आज किसी से पीछे नहीं बल्कि एक कदम आगे हैं । उन्होंने कहा कि आज शिक्षा के क्षेत्र में एवं रोजगार में महिलाओं का प्रतिशत बढ़ा है।
मीडिया संयोजक डॉ. हंसराज सुमन ने महिला सशक्तिकरण के अवसर पर कहा कि केंद्र सरकार ने इस दिशा में जो सार्थक कदम उठाए हैं उससे प्रत्येक क्षेत्र की महिलाओं में आत्माविश्वास बढ़ा है , बेटी बचाओ , बेटी पढ़ाओ , अभियान से लेकर जनधन , उज्ज्वला आदि उन सार्थक प्रयासों के ज्वलंत उदाहरण है जिनसे महिलाओं को प्रत्यक्ष फायदा हुआ है। डॉ.सुमन ने आगे बताया कि महिलाएं आज के समय में आत्मनिर्भर हो रही है और उनको आर्थिक स्वतंत्रता का लाभ भी पहुंच रहा है इसलिए वे पुरूष समाज पर निर्भर नहीं है बल्कि उसकी सहयोगी के रूप में सामने आई है। आज महिलाएं पुरुषों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चल रही है। प्राचार्य प्रो.विपिन कुमार ने अपने संबोधन में कहा कि हमारे कॉलेज का महिला प्रकोष्ठ महिला सशक्तिकरण की दिशा में अनेक कार्यक्रम , सेमिनार , वाद विवाद , आत्मरक्षा प्रशिक्षण तथा कॉलेज की सभी गतिविधियों में उन्हें आगे रखकर उनको प्रोत्साहन देता है।
पाखी कार्यक्रम के अंतर्गत वाद- विवाद,ट्रेजर हंट, रील (लघु फिल्म) बनाने की प्रतियोगिता , एकल परिधान जैसी अनेक दिलचस्प प्रतियोगिताओं का सफल आयोजन किया गया। विभिन्न प्रतियोगिताओं में कॉलेज के साथ- साथ देश के अनेक अन्य प्रतिष्ठित शैक्षणिक संस्थानों के लगभग 50 से अधिक छात्र- छात्राओं ने भाग लिया।