करो या मरो के मुकाबले में जर्मनी का सामना स्पेन से, जापान और बेल्जियम के मैच आसान

फीफा विश्व कप में आज जर्मनी को हर हाल में स्पेन के खिलाफ जीत हासिल करनी होगी। हालांकि, यह जर्मनी के लिए आसान नहीं होगा। अगर जर्मनी की टीम आज हार जाती है तो विश्व कप से बाहर हो जाएगी। 

फीफा विश्व कप 2022 का आज आठवां दिन है। आज भी चार मुकाबले खेले जाएंगे। इनमें से दो मुकाबले ग्रुप ई और दो मुकाबले ग्रुप एफ के होंगे। आज का सबसे अहम मैच देर रात 12:30 बजे शुरू होगा। इस मैच में जर्मनी के सामने स्पेन की टीम होगी। जापान के खिलाफ पहला मैच हारने वाली जर्मनी की टीम को टूर्नामेंट में बने रहने के लिए यह मैच हर हाल में जीतना होगा। वहीं, दिन के पहले मैच में जापान के सामने कोस्टारिका की चुनौती है। जापान की टीम यह मैच जीतकर अगले दौरे की रेस में अपना दावा मजबूत करना चाहेगी। वहीं, बेल्जियम के सामने मोरक्को और क्रोएशिया के सामने कनाडा की चुनौती है

प्री-क्वार्टर फाइनल में अपना दावा मजबूत करना चाहेगा जापान
दिन का पहला मैच जापान और कोस्टारिका के बीच है। जापान ने अपने पहले मैच में जर्मनी को हराया था। ऐसे में यह टीम कोटारिका के खिलाफ जीत हासिल कर प्री-क्वार्टर फाइनल की रेस में अपना दावा मजबूत करना चाहेगी। वहीं, कोस्टारिका की टीम पहले मैच में हार के बाद जीत की पटरी पर लौटना चाहेगी। अगर जापान की टीम यह मैच हार जाती है तो उसके लिए आगे बढ़ना मुश्किल हो जाएगा। वहीं, जापान के जीतने पर जर्मनी की टीम लगभग बाहर हो जाएगी।

बेल्जियम की टीम मोरक्को के खिलाफ दमदार प्रदर्शन को बेताब
बेल्जियम के मिडफील्डर केविन डि ब्रुइन का कनाडा के खिलाफ टीम के पहले मैच प्रदर्शन प्रभावशाली नहीं रहा था। अब रविवार को मोरक्को के खिलाफ उनकी निगाह बेहतर प्रदर्शन पर होगी। पहले मैच में जब उन्हें मैन ऑफ द मैच की ट्रॉफी दी थी तो खुद उन्होंने कहा था, पता नहीं मुझे क्यों यह ट्रॉफी मिली है। दुनिया की दूसरे नंबर की टीम बेल्जियम को रविवार को मोरक्को के खिलाफ अपना रुतबा साबित करना होगा। 

बेल्जियम की टीम में कई ऐसे स्टार हैं जिनका यह अंतिम विश्वकप हो सकता है। स्वर्णिम पीढ़ी में डि ब्रुइन के अलावा इडेन हेजार्ड, एक्सल वित्सेल, जेन वर्टानेघेन, टॉबी एल्डरवेरल्ड और गोलकीपर कोर्टियस शामिल हैं। कोच राबर्टो मार्टिनेज ने कहा था कि कनाडा के खिलाफ बेल्जियम का प्रदर्शन उनके कोचिंग कार्यकाल में सबसे खराब प्रदर्शनों में से एक है। हो सकता है कि मोरक्को के खिलाफ मार्टिनेज युवाओं को मौका दें।

मैदान में नहीं उतरेंगे लुकाकू
बेल्जियम के स्टार स्ट्राइकर रोमेलू लुकाकू जांघ में चोट के चलते कनाडा के खिलाफ नहीं उतरे और उनके टीम के ग्रुप मैचों में बाहर ही रहने की संभावना है। हालांकि उनकी फिटनेस में तेजी से सुधार हो रहा है। कोच मार्टिनेज ने संकेत दिए हैं कि वह तीसरे मैच में क्रोएशिया के खिलाफ उतर सकते हैं। कोच ने कहा कि लुकाकू ने दो बार टीम के ट्रेनिंग सत्र में हिस्सा लिया है। अभी वह 100 प्रतिशत फिट नहीं हैं। मार्टिनेज ने इस बात को भी खारिज किया कि टॉबी और ब्रुइन के बीच को अनबन चल रही है। कनाडा के खिलाफ मैच में दोनों बहस करते नजर आए थे।

मोरक्को की टीम में बेल्जियम में जन्मे चार खिलाड़ी
दूसरी ओर मोरक्को ने अपने पहले मैच में पिछली बार के उपविजेता क्रोएशिया को ग्रुप एफ मुकाबले में गोलरहित बराबरी पर रोका था। कोच वेलिड रेग्रेगुई को टीम को तैयार करने के लिए सिर्फ तीन महीने का समय मिला है। विश्वकप से पहले उनकी कोचिंग में टीम ने तीन मैत्री मैच खेले हैं। दूसरी ओर जलाटको डेलिस पांच साल से क्रोएशिया के कोच हैं और मार्टिनेज छह साल से बेल्जियम की टीम के साथ हैं। मोरक्को ने क्रोएशिया के खिलाफ लुका मोद्रिच जैसे दुनिया के बेहतरीन मिडफील्डर पर अंकुश रखा था। ऐसे में ब्रुइन को रोकने में उन्हें ज्यादा मुश्किल नहीं होनी चाहिए।मोरक्को की टीम में चार ऐसे खिलाड़ी हैं जो बेल्जियम में जन्मे हैं।

बेल्जियम और मोरक्को के बीच पहली भिड़ंत 1994 के विश्वकप में हुई थी जिसमें बेल्जियम ग्रुप मैच 1-0 से जीता था। उसके पांच साल बाद मैत्री मैच में बेल्जियम 4-0 से जीता। अंतिम बार दोनों टीमें 2008 में ब्रुसेल्स में भिड़ी थीं जिसमें मोरक्को ने 4-1 से बाजी मारी थी।

क्रोएशिया के सामने कनाडा की चुनौती
दिन का तीसरा मैच कनाडा और क्रोएशिया के बीच है। पहले मैच में मोरक्को के साथ ड्रॉ खेलने वाली क्रोएशिया की टीम अपने दूसरे मैच में कनाडा को हराकर प्री-क्वार्टर फाइनल में पहुंचने की उम्मीदें जिंदा रखना चाहेगी। वहीं, कनाडा भी इस मैच में जीत दर्ज कर टूर्नामेंट में अपना रिकॉर्ड बेहतर करना चाहेगी। हालांकि, कनाडा के प्री-क्वार्टर फाइनल में पहुंचने की उम्मीदें काफी कम हैं। 

लगातार दूसरी बार ग्रुप दौर से ही बाहर हो सकता है जर्मनी
चार बार की विश्व चैंपियन टीम जर्मनी फीफा विश्वकप से लगातार दूसरी बार ग्रुप दौर से ही बाहर होने की कगार पर खड़ी है। जर्मनी को खिताब का प्रबल दावेदार माना जा रहा था, लेकिन पिछले मैच में जापान के खिलाफ हारने से उसका इस टूर्नामेंट में समीकरण बदल गया। अब उसे इस टूर्नामेंट में अपनी उम्मीदें जीवंत रखने के लिए रविवार को ग्रुप-ई में स्पेन के खिलाफ हर हाल में जीत दर्ज करनी होगी। जर्मनी ने अपना चौथा विश्वकप खिताब 2014 में ब्राजील में जीता था, लेकिन 2018 में वह ग्रुप चरण से ही बाहर हो गया था। अगर जर्मनी हार जाता है तो यह पहला अवसर होगा जब जर्मनी की टीम लगातार दो विश्वकप में नॉकआउट में जगह नहीं बना पाएगी।

स्पेन के खिलाफ हारने के अलावा जापान और कोस्टारिका के बीच अगर मैच ड्रॉ भी रह जाता है तो चार बार के चैंपियन जर्मनी की विश्वकप से विदाई तय हो जाएगी।

स्पेनिश टीम अगर जर्मनी को हरा देती है और उधर कोस्टारिका जापान को नहीं हरा पाता है तो फिर वह अंतिम-16 में पहुंच जाएगा। स्पेन ने पिछले मैच में कोस्टारिका को 7-0 से हराया था और वह आत्मविश्वास के साथ इस मैच में उतरेगा। जर्मनी के लिए पिछले मैच में इल्के गुंडोगन ने पेनाल्टी पर गोल किया था जबकि स्पेनिश टीम के लिए फेरान टोरेस ने सर्वाधिक दो गोल दागे थे। जर्मनी के फॉरवर्ड लेरॉय साने की इस मैच में वापसी हो सकती है जो पिछले मैच में चोट के कारण नहीं खेले थे।

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December 26, 2024
4:20 pm

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