सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) जिसे रक्षा की पहली पंक्ति के रूप में जाना जाता है, जो कश्मीर में पाकिस्तान के साथ अंतरराष्ट्रीय सीमा और नियंत्रण रेखा पर तैनात है. बताया जा रहा है, कि होली के मौके पर जवानों और अफसरों ने जम कर होली मनाई है. कश्मीर में न केवल सीमा सुरक्षाबल के जवान, बल्कि कश्मीर घाटी में तैनात भारतीय सेना और सीआरपीएफ के जवान भाईचारे और एकता का संदेश देते हुए अपने घर से दूर, रंगों के इस त्योहार को पूरे जोश के साथ मना रहे हैं. कश्मीर डिवीजन के बीएसएफ फ्रंटियर, जो नियंत्रण रेखा पर तैनात हैं और परिचालन कर्तव्यों का भी ख्याल रखते हैं.
देश के कई हिस्सों से आए बीएसएफ जवान एक परिवार की तरह एक-दूसरे के साथ रंगों का त्योहार मनाते देखे गए. त्योहार का दिन ऐसा होते हैं जब ऑफिसर जवान में कोई फर्क नहीं किया जाता, सभी एक साथ त्योहार मनाते हैं.
अशोक यादव, आईजी बीएसएफ फ्रंटियर, कश्मीर डिवीजन ने कहा “बीएसएफ में हर धर्म के त्यौहारों को बहुत खुशी से मनाने की परंपरा है. इससे हमारा तनाव भी दूर होता है. मैं देश को बताना चाहता हूं, कि हमारे जवान सीमाओं की रक्षा कर रहे हैं और हम नियंत्रण रेखा पर किसी भी स्थिति से निपटने के लिए हमेशा तैयार हैं और सुनिश्चित करते हैं कि हमारा देश सुरक्षित रहे, उन्होंने आगे कहा कि आने वाला समय चुनाव का है और जब भी देश में कोई बड़ा आयोजन होता है तो पड़ोसी उसमें खलल डालने की कोशिश करता है और इसी को ध्यान में रखते हुए हमने सीमाओं पर सुरक्षा व्यवस्था को चाक-चौबंद कर दिया है. इसके अलावा हमारी कई बटालियनें चुनाव प्रक्रिया के लिए जेकेपी के साथ तैनात हैं.
इस समारोह में सभी धर्मों के जवानों और उनके परिवारों ने हिस्सा लिया है. इससे जवानों के बीच भाईचारे की मिसाल कायम हुई और देश के नागरिकों को एकता का संदेश भी मिला. रंगों के अलावा होली मेले में दर्जनों स्टॉल भी लगे थे, जिससे जवानों और उनके परिवारों का खूब मनोरंजन हुआ.
जवान अभिषेक ने कहा “हम हर त्यौहार एक साथ मनाते हैं और हम घर से दूर हैं, लेकिन यह हमारा परिवार है. इस तरह के त्यौहार हमारे जवानों का मनोबल बढ़ाते हैं. हम अपने घर से दूर हैं, लेकिन हम इसका सबसे ज्यादा लुत्फ उठा रहे हैं. हमें घर से दूर होने का एहसास नहीं हो रहा है, हम सभी त्यौहार एक साथ मनाते हैं, चाहे होली हो, ईद हो या दीपावली, हम हमेशा साथ रहते हैं.