13 जनवरी से शुरू होने वाले विश्व कप का प्रसारण स्टार और दूरदर्शन पर किया जाएगा; डिज़्नी हॉटस्टार पर होगी लाइव स्ट्रीमिंग~
विजय कुमार
नई दिल्ली, 3 जनवरी, भारतीय खो-खो महासंघ (केकेएफआई) ने आज जनपथ स्थित इंपीरियल होटल में 13 से 19 जनवरी के बीच होने वाले पहले खो-खो विश्व कप के लिए प्रतिष्ठित ट्रॉफी और मैस्कॉट का अनावरण किया। भारतीय खेल प्राधिकरण (एसएआई) के तत्वावधान में आयोजित होने वाले इस टूर्नामेंट में नई दिल्ली के इंदिरा गांधी इंडोर स्टेडियम में छह महाद्वीपों के 24 देशों की 21 पुरुष और 20 महिला टीमें भाग लेंगी।
विश्व कप में दो शानदार ट्रॉफी होंगी – पुरुषों की चैंपियनशिप के लिए एक नीली ट्रॉफी और महिलाओं के इवेंट के लिए एक हरी ट्रॉफी। दोनों ट्रॉफियाँ अपने समकालीन डिज़ाइन के ज़रिए खो-खो की गतिशील भावना को दर्शाती हैं, जिसमें बहते हुए कर्व और सुनहरे रंग की आकृतियाँ उकेरी गई हैं।
नीली ट्रॉफ़ी विश्वास, दृढ़ संकल्प और सार्वभौमिक अपील का प्रतीक है, जबकि हरी ट्रॉफ़ी विकास और जीवन शक्ति का प्रतिनिधित्व करती है। दोनों ही ट्रॉफ़ीज़ में जटिल क्रिस्टल डिटेलिंग है, जो प्रतियोगिता के उच्चतम स्तर पर अपेक्षित सटीकता और उत्कृष्टता का प्रतीक है।
फ़ेडरेशन ने टूर्नामेंट के आधिकारिक मैस्कॉट के रूप में काम करने वाले हिरणों की एक गतिशील जोड़ी ‘तेजस’ और ‘तारा’ को भी गर्व से दुनिया के सामने पेश किया। ये मैस्कॉट गति, चपलता और टीम वर्क के खेल के मूल गुणों को दर्शाते हैं। तेजस, जो प्रतिभा और ऊर्जा का प्रतीक है और तारा, जो मार्गदर्शन और आकांक्षा का प्रतिनिधित्व करती है, को पारंपरिक भारतीय रूपांकनों से सजी जीवंत नीले और नारंगी रंग की खेल पोशाक में दर्शाया गया है, जो खेल की विरासत और इसके आधुनिक आकर्षण दोनों का जश्न मनाती है।
खो-खो फेडरेशन ऑफ इंडिया के अध्यक्ष सुधांशु मित्तल ने कह,” हम अपने सभी स्टेकहोल्डर्स के बहुत आभारी हैं जो खो-खो विश्व कप 2025 के उद्घाटन संस्करण का सपोर्ट करेंगे। विश्व कप को डिज्नी+ हॉटस्टार पर मुफ्त में लाइव स्ट्रीम किया जाएगा और डीडी स्पोर्ट्स पर भी मुफ्त में प्रसारित किया जाएगा, और इससे भारत के स्वदेशी खेल को बहुत बढ़ावा मिलेगा।
खो-खो फेडरेशन ऑफ इंडिया के महासचिव एम.एस. त्यागी ने कहा, “यह विश्व कप खो-खो के लिए एक महत्वपूर्ण क्षण है, जो हमारे स्वदेशी खेल को एक ग्लोबल इवेंट में बदल रहा है। 24 देशों से मिली जबरदस्त प्रतिक्रिया खो-खो की सार्वभौमिक अपील और खेल के माध्यम से विविध संस्कृतियों को एकजुट करने की इसकी क्षमता को दर्शाती है।
यह टूर्नामेंट इस स्वदेशी खेल के इतिहास में एक ऐतिहासिक आयोजन होगा। यह ग्लोबल टैलेंट्स को एक साथ लाएगा और विश्व मंच पर भारत की खेल विरासत को प्रदर्शित करेगा