ईरान ने पाकिस्तान में घुसकर आतंकवादी संगठन जैश अल-अदल के ठिकानों पर मंगलवार को हमले किए. ईरान ने हमले के लिए मिसाइल और ड्रोन का इस्तेमाल किया. जैश अल-अदल सुन्नी आतंकवादी समूह है जो ज्यादातर पाकिस्तान से अपनी गतिविधियों को अंजाम देता है. इसके बाद किरकरी से बचने के लिए पाकिस्तान भी तैश में आ गया. उसने गुरुवार को ईरान के सिस्तान-बलूचिस्तान प्रांत में आतंकी ठिकानों पर सैन्य हमले किए, जिसमें नौ लोग मारे गए. इस ऑपरेशन का कोड नाम – “मार्ग बार सरमाचर” था. फारसी भाषा में “मार्ग बार” का मतलब है मौत जबकि बलूच भाषा में सरमाचर का मतलब गुरिल्ला है.
ताकत में कोई देश नहीं कम
एक तरफ पाकिस्तान के पास ढेरों परमाणु मिसाइलें हैं. वहीं ईरान भले ही परमाणु संपन्न देश ना हो लेकिन ताकत में वह कमतर नहीं है. मगर जो बात गौर करने वाली है वो ये है कि दोनों ही देशों ने एक-दूसरे के घर में घुसकर बम गिराए लेकिन सवाल उठ रहा है कि उनके एयर डिफेंस सिस्टम उस वक्त क्या कर रहे थे.
एयर डिफेंस सिस्टम उस वक्त एक्टिवेट होता है, जब एयरस्पेस में किसी दुश्मन देश का विमान या ड्रोन घुस आए. रडार इनको इंटरसेप्ट करती है और मिसाइल उसका पीछा कर उसे ध्वस्त कर देती है. लेकिन ना तो ईरान और ना ही पाकिस्तान की तरफ से ऐसा कोई बयान आया कि उसने दूसरे देश के विमान को मार गिराया हो. ऐसा भी नहीं है कि पाकिस्तान और ईरान के पास एयर डिफेंस सिस्टम या रडार ना हो.