कर्नाटक में भाजपा के लिए चुनाव प्रचार कर रहे असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्व सरमा ने भी कांग्रेस के इस वादे को मुस्लिम मतदाताओं का तुष्टिकरण करने की कोशिश बताया है
कर्नाटक चुनाव के लिए मंगलवार को जारी कांग्रेस के घोषणापत्र में विश्व हिंदू परिषद की युवा ईकाई बजरंग दल पर प्रतिबंध लगाने का प्रस्ताव है। कांग्रेस के घोषणा पत्र में कहा गया है कि वो सभी संगठन, जो जाति और धर्म के आधार पर समुदायों में नफरत और दुश्मनी फैलाते हैं, उन्हें प्रतिबंधित किया जाएगा। कांग्रेस के इस वादे से सियासत गरमा गई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इसे लेकर कांग्रेस पर निशाना साधा है। कर्नाटक में भाजपा के लिए चुनाव प्रचार कर रहे असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्व सरमा ने भी कांग्रेस के इस वादे को मुस्लिम मतदाताओं का तुष्टिकरण करने की कोशिश बताया है।
विरोध प्रदर्शन करेगी बजरंग दल
कांग्रेस के बजरंग दल पर बैन लगाने के वादे पर बजरंग दल ने विरोध शुरू कर दिया है। इसी विरोध के तहत बजरंग दल आज राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में विरोध प्रदर्शन करेगा। साथ ही कर्नाटक में भी जगह-जगह बजरंग दल से जुड़े लोग कांग्रेस के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करेंगे। इस दौरान हनुमान चालीसा का पाठ भी बजरंग दल के कार्यकर्ताओं द्वारा किया जाएगा। इन विरोध प्रदर्शनों में बड़ी संख्या में बजरंग दल कार्यकर्ताओं और समर्थकों के शामिल होने का अनुमान है।
‘मुस्लिम वोटबैंक के लिए लगा रहे प्रतिबंध’
बजरंग दल के राष्ट्रीय संयोजक नीरज दोनेरिया ने कहा है कि कांग्रेस ने जो घोषणा पत्र जारी किया, उसमें बजरंग दल और पीएफआई को एक साथ दिखाया गया है। यह बेहद शर्मनाक है कि वह देश और समाज के भले के लिए काम करने वाले संगठन की, आतंकी घटनाओं को प्रोत्साहित करने वाले संगठन से तुलना कर रहे हैं।