पीएम नरेंद्र मोदी ब्रिक्स सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए दक्षिण अफ्रीका पहुंच गए हैं. उन्होंने बुधवार को द.अफ्रीका के राष्ट्रपति साइरिल रामाफोसा के साथ मुलाकात की. दोनों नेताओं ने दोनों देशों के द्विपक्षीय संबंधों की प्रगति की समीक्षा की. इस दौरान दोनों नेताओं ने भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच रक्षा, कृषि, व्यापार और निवेश समेत कई अन्य क्षेत्र में हासिल प्रगति पर संतोष जताया. दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति ने भारत की G20 की अध्यक्षता को पूर्ण समर्थन दिया. साथ ही अफ्रीकन यूनियन को G-20 में शामिल कराने के भारत के पहल की तारीफ की. द. अफ्रीका के राष्ट्रपति ने कहा कि वो G-20 समिट में शामिल होंगे.
पीएम मोदी ने राष्ट्रपति रामाफोसा को ब्रिक्स के सफल आयोजन के लिए बधाई भी दी. दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति ने पीएम मोदी को राजकीय दौरे पर आने का न्योता दिया, जिसे उन्होंने स्वीकार कर लिया.
सूत्रों ने जी न्यूज को यह भी बताया कि 22 अगस्त को जोहानिसबर्ग में ब्रिक्स लीडर्स रीट्रीट के दौरान ब्रिक्स के विस्तार पर भी चर्चा हुई भारत ने नए सदस्यों के चयन क्राइटीरिया और मानदंडों पर आम सहमति बनाने में अहम भूमिका निभाई है. भारत के प्रयास अपने रणनीतिक साझेदारी वाले देशों को नए सदस्य के रूप में शामिल करने के मकसद से अहम रहे.
मोदी ने कहा कि समूह को भविष्य के लिए तैयार होने में टेक्नोलॉजी अहम भूमिका निभाएगी. उन्होंने डिजिटल क्षेत्र में विशेषज्ञता साझा करने के लिए भारत की तैयारियों की भी पेशकश की. मोदी ने कहा, भारत, ब्रिक्स की सदस्यता का विस्तार करने का पूरा समर्थन करता है. और इस पर सहमति के साथ आगे बढ़ने का स्वागत करता है. ब्रिक्स का विस्तार समूह के वार्षिक शिखर सम्मेलन में एक मुख्य विषय है क्योंकि सऊदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) और अर्जेंटीना सहित 23 देशों ने इसकी सदस्यता के लिए आवेदन किया है.
प्रधानमंत्री ने कहा कि ब्रिक्स ने पिछले दो दशकों में एक लंबी और अद्भुत यात्रा शुरू की है. समूह का ‘न्यू डेवलपमेंट बैंक’ ग्लोबल साउथ में विकास गतिविधियों को आगे बढ़ाने में किस तरह अहम भूमिका निभा रहा है.
मोदी ने कहा कि भारत ने रेलवे रिसर्च नेटवर्क और एमएसएमई व स्टार्ट-अप के बीच सहयोग के क्षेत्रों में उपाय सुझाए हैं और इन क्षेत्रों में काफी प्रगति हुई है.