अमित शाह के भाषण शुरू करने के साथ ही विपक्षी ने मांग की कि पीएम मोदी को जवाब देना चाहिए। विपक्षी सांसदों ने अमित शाह के भाषण के बीच नारेबाजी शुरू कर दी।

संसद के मानसून सत्र में ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा जारी है। बुधवार को गृहमंत्री अमित शाह ने राज्यसभा में सरकार का पक्ष रखा। इस दौरान सदन में हंगामा देखने को मिला। राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि, पीएम मोदी का सदन में न आना अपमान है। इस पर अमित शाह ने कहा कि, मुझसे निपट लो, क्यों प्रधानमंत्री को बुला रहे हो।
अमित शाह के भाषण शुरू करने के साथ ही विपक्षी ने मांग की कि पीएम मोदी को जवाब देना चाहिए। विपक्षी सांसदों ने अमित शाह के भाषण के बीच नारेबाजी शुरू कर दी। जिसके बाद अमित शाह अपनी सीट पर बैठ गए। इसके बाद विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि पीएम अगर सदन में नहीं आ रहे हैं तो यह सदन का अपमान है। इसके साथ ही विपक्षी सांसदों ने सदन से वॉकआउट कर लिया। विपक्ष की ओर से की जा रही इस मांग पर अमित शाह ने कहा, पीएम अपने ऑफिस में है इनको ज्यादा सुनने का शौक है क्या? मेरे से निपट जाता है तो काहे को प्रधानमंत्री को बुलाओ और तकलीफ होगी।
इस दौरान केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने कहा कांग्रेस पार्टी ज्यादातर मुद्दों पर मल्लिकार्जुन खरगे को बोलने नहीं देती और वे सवाल उठा रहे हैं। उन्होंने कहा- बीएसी की बैठक में ये तय किया गया था कि दोनों सदनों में 16-16 घंटे चर्चा की जाएगी। लेकिन जवाब कौन देगा ये सरकार और पीएम मोदी तय करेंगे।
कांग्रेस पर निशाना साधते हुए अमित शाह ने कहा, ‘सोमवार को हमारे सुरक्षा बलों ने ऑपरेशन महादेव चलाया, जिसमें पहलगाम हमले में शामिल तीन आतंकवादी मारे गए।’ गृह मंत्री अमित शाह ने आगे कहा, ‘कल आप (कांग्रेस) पूछ रहे थे कि वे (पहलगाम आतंकवादी) आज के दिन क्यों मारे गए? उन्हें कल क्यों नहीं मारा जाना चाहिए था? क्योंकि राहुल गांधी को अपना भाषण देना था? यह इस तरह से काम नहीं करता। पूरा देश देख रहा है कि कांग्रेस की प्राथमिकता राष्ट्रीय सुरक्षा और आतंकवाद को खत्म करना नहीं, बल्कि राजनीति, उनका वोट बैंक और तुष्टिकरण की राजनीति है’।