शुक्रवार को इस चर्चा में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और वायनाड से कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी ने अपने-अपने भाषण दिए। राजनाथ सिंह ने अपने भाषण में संविधान के एतिहासिक महत्व और देश के शासन को आकार देने में इसकी भूमिका पर जोर दिया।
लोकसभा में संविधान पर चर्चा का आज दूसरा दिन है। दूसरे दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भारत के संविधान की 75वीं वर्षगांठ पर हो रही संविधान पर चर्चा का जवाब दे सकते हैं। लोकसभा में 13 दिसंबर से दो दिवसीय संविधान पर चर्चा का आयोजन किया जा रहा है। शुक्रवार को इस चर्चा में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और वायनाड से कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी ने अपने-अपने भाषण दिए। राजनाथ सिंह ने अपने भाषण में संविधान के एतिहासिक महत्व और देश के शासन को आकार देने में इसकी भूमिका पर जोर दिया। वहीं प्रियंका गांधी ने कहा कि ये देश भय से नहीं चल सकता।
राजनाथ सिंह ने कांग्रेस पर लगाए संविधान बदलने के आरोप
अपने भाषण में रक्षा मंत्री ने कांग्रेस पर तीखी टिप्पणी करते हुए कहा कि भारत के संविधान का निर्माण केवल एक विशेष राजनीतिक दल ने नहीं किया है। उन्होंने कहा कि इस तरह के प्रयास कई व्यक्तियों के सामूहिक योगदान और भारत के संविधान में सांस्कृतिक और सभ्यतागत मूल्यों की गहरी जड़ों को नजरअंदाज करने का प्रयास है। राजनाथ सिंह ने कहा, ‘संविधान निर्माण के काम को हमेशा एक खास पार्टी द्वारा हाईजैक करने का प्रयास किया गया है। आज मैं यह स्पष्ट करना चाहता हूं कि हमारा संविधान किसी एक पार्टी की देन नहीं है। भारत का संविधान भारत के लोगों द्वारा भारत के मूल्यों के अनुरूप बनाया गया है
केंद्रीय रक्षा मंत्री ने विपक्षी पार्टी कांग्रेस पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि ‘कांग्रेस की तरह हमने कभी संविधान को राजनीतिक हित साधने का जरिया नहीं बनाया। आजाद भारत का इतिहास देख लीजिए, कांग्रेस ने सिर्फ संविधान संशोधन ही नहीं किया बल्कि धीरे-धीरे संविधान बदलने का प्रयास किया गया। पंडित नेहरू के समय 17 बार संविधान में बदलाव किए गए। इंदिरा गांधी के समय 28 बार, राजीव गांधी के समय 10 बार और मनमोहन सिंह के समय 7 बार संविधान में बदलाव किए गए।
प्रियंका गांधी ने सत्ता पक्ष पर किया पलटवार
प्रियंका गांधी ने अपने भाषण में सत्ता पक्ष पर सिर्फ अतीत को कोसने और पंडित नेहरू को हर चीज के लिए जिम्मेदार ठहराने का आरोप लगाया। प्रियंका गांधी ने कहा कि ‘संविधान ने आर्थिक न्याय की नींव डाली। भूमि सुधार किया, जिनका नाम लेने से आप झिझकते हैं, उन्होंने (पंडित नेहरू) ही एचएएल, ओएनजीसी, आईआईटी तमाम पीएसयू बनाए। उनका नाम पुस्तकों , भाषणों से मिटाया जा सकता है, लेकिन देश निर्माण में उनकी जो भूमिका रही, उसे कभी नहीं मिटाया जा सकता।’
प्रियंका ने कहा कि ‘आज संसद में बैठे सत्ता पक्ष के लोग अतीत की बात करते हैं, वर्तमान की बात करिए। देश को बताइए आपकी क्या जिम्मेदारी है, आप क्या कर रहे हैं। देश का किसान आज परेशान है। छोटे किसान रो रहे हैं, क्योंकि एक व्यक्ति के लिए सबकुछ बदला जा रहा है। अदाणी को सारे कोल्ड स्टोरेज इस सरकार में दिए गए। देश देख रहा है कि एक व्यक्ति को बचाने के लिए 142 करोड़ जनता को नकारा जा रहा है। सारे बिजनेस, सारे संसाधन और सारे मौके एक ही व्यक्ति को सौंपे जा रहे हैं। सारे बंदरगाह, खदाने, एयरपोर्ट्स एक व्यक्ति को दिए जा रहे हैं। आज देश में गैर बराबरी बढ़ रही है।’