2024 आधिकारिक रूप से अब तक का सबसे गर्म साल घोषित हुआ है. यह साल 2023 के पिछले रिकॉर्ड को तोड़ते हुए दुनिया को जलवायु संकट की एक खतरनाक सीमा तक ले गया. नतीजा, 2025 की शुरुआत ही प्रलय की दस्तक के साथ हुई है. अमेरिका में लॉस एंजिल्स के जंगलों में लगी भयानक आग बढ़ती ही जा रही है. मौसम वैज्ञानिकों ने चेतावनी दी है कि तेज हवाएं आग को और भड़का सकती हैं. लॉस एंजिलिस शहर और उसके आसपास जंगलों में लगी भीषण आग के कारण मरने वालों की संख्या बढ़कर 10 हो गई है जबकि कम से कम 10 हजार मकान, इमारतें और अन्य ढांचे जलकर राख हो चुके हैं.
2024 रहा सबसे गर्म साल
यूरोप की जलवायु निगरानी एजेंसी, Copernicus की नई रिपोर्ट के अनुसार, 2024 में औसत तापमान औद्योगिक क्रांति से पहले के स्तर से 1.6 डिग्री सेल्सियस अधिक था. यह पहली बार है जब किसी कैलेंडर वर्ष ने पेरिस जलवायु समझौते में तय 1.5 डिग्री सीमा को पार किया है. 2024 का रिकॉर्ड यह दर्शाता है कि हम इस खतरनाक स्तर के बेहद करीब पहुंच गए हैं.
वैज्ञानिकों के अनुसार, इससे मानव और पारिस्थितिक तंत्र (ecosystems) को अनुकूलन में कठिनाई हो सकती है. जोएरी रोज़ेल्ज, जो इम्पीरियल कॉलेज लंदन में जलवायु प्रोफेसर हैं, ने कहा, ‘हर डिग्री का अंश मानव और पारिस्थितिक तंत्र को अधिक नुकसान पहुंचाता है.’