पीएम मोदी सोमवार को चीन में शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के शिखर सम्मेलन से इतर रूसी राष्ट्रपति पुतिन के साथ कई मुद्दों पर बातचीत करेंगे। इसमें यूक्रेन युद्ध को लेकर भी चर्चा की उम्मीद है। इस बीच शनिवार को यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने मोदी को फोन किया।
चीन के तियानजिन में पीएम मोदी और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की मुलाकात से पहले यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने बड़ा कदम उठाया। उन्होंने चीन दौरे पर गए पीएम मोदी को फोन करके रूस-यूक्रेन संघर्ष को लेकर बात की। जेलेंस्की ने कहा कि भारत रूस को सही संकेत देने के लिए तैयार है। जबकि पीएम मोदी ने कहा कि भारत यूक्रेन संघर्ष के शांतिपूर्ण समाधान के लिए सभी प्रयासों का समर्थन करता है।
पीएम मोदी सोमवार को चीन में शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के शिखर सम्मेलन से इतर रूसी राष्ट्रपति पुतिन के साथ कई मुद्दों पर बातचीत करेंगे। इसमें यूक्रेन युद्ध को लेकर भी चर्चा की उम्मीद है। इस बीच शनिवार को यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने मोदी को फोन किया। उन्होंने रूसी राष्ट्रपति के साथ बैठक के लिए अपनी तत्परता के बारे बताया। साथ ही कहा कि युद्ध की समाप्ति तत्काल युद्ध विराम के साथ होनी चाहिए।
जेलेंस्की ने पीएम मोदी को 18 अगस्त को व्हाइट हाउस में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ हुई बैठक के बारे में भी जानकारी दी। एक्स पर पोस्ट में जेलेंस्की ने लिखा कि उन्होंने मोदी को राष्ट्रपति ट्रंप के साथ हुई बातचीत के बारे में जानकारी दी। भारत एससीओ शिखर सम्मेलन के दौरान होने वाली बैठकों के दौरान आवश्यक प्रयास करने और रूस व अन्य नेताओं को उचित संकेत देने के लिए तैयार है। यह एक उपयोगी और महत्वपूर्ण बातचीत थी। इसमें साझेदारों के बीच वास्तविक शांति प्राप्त करने के लिए एक साझा दृष्टिकोण सामने आया। यूक्रेन ने रूस के प्रमुख के साथ बैठक के लिए अपनी तत्परता की पुष्टि की।
जेलेंस्की ने कहा कि लगभग दो सप्ताह बीत चुके हैं। इस दौरान जब रूस को कूटनीति की तैयारी करनी चाहिए थी, लेकिन मॉस्को ने कोई सकारात्मक संकेत नहीं दिया। उसने केवल नागरिक ठिकानों पर निंदनीय हमले किए और हमारे दर्जनों लोगों को मार डाला। पीड़ित परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करने के लिए मैं प्रधानमंत्री मोदी को धन्यवाद देता हूं।
यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने कहा कि हमने शंघाई सहयोग संगठन शिखर सम्मेलन से पहले अपनी स्थिति को समन्वित कर लिया है। इस युद्ध का अंत तत्काल युद्धविराम और आवश्यक शांति के साथ होना चाहिए। यह स्थिति सभी को समझ में आती है और सभी इसका समर्थन करते हैं। जब हमारे शहर और समुदाय लगातार हमलों के घेरे में हैं, तो शांति के बारे में सार्थक बात करना असंभव है। उन्होंने कहा कि भारत आवश्यक प्रयास करने, शिखर सम्मेलन के दौरान होने वाली बैठकों के दौरान रूस और अन्य नेताओं को उचित संकेत देने के लिए तैयार है।
यूक्रेनी राष्ट्रपति ने कहा कि उन्होंने और मोदी ने द्विपक्षीय संबंधों, दोतरफा यात्राओं की तैयारियों और संयुक्त अंतर-सरकारी आयोग की बैठक के आयोजन पर भी चर्चा की। जेलेंस्की ने कहा कि मुझे निकट भविष्य में प्रधानमंत्री से मिलकर खुशी होगी। ऐसा माना जा रहा है कि जेंलेंस्की जल्द ही भारत का दौरा कर सकते हैं।
पीएम मोदी ने कही ये बात
पीएम मोदी ने एक्स पर लिखा कि यूक्रेनी राष्ट्रपति जेलेंस्की को आज फोन करने के लिए धन्यवाद। हमने चल रहे संघर्ष, उसके मानवीय पहलू, शांति और स्थिरता बहाल करने के प्रयासों पर विचारों का आदान-प्रदान किया। भारत इस दिशा में सभी प्रयासों को पूर्ण समर्थन देता है।
भारत करता रहा है कि बातचीत से संघर्ष समाप्त करने की बात
भारत लगातार बातचीत और कूटनीति के माध्यम से रूस-यूक्रेन संघर्ष को समाप्त करने का आह्वान करता रहा है। पिछले वर्ष जुलाई में प्रधानमंत्री मोदी ने मास्को की यात्रा के दौरान पुतिन से कहा था कि यूक्रेन संघर्ष का समाधान युद्ध के मैदान में संभव नहीं है तथा बम और गोलियों के बीच शांति प्रयास सफल नहीं होते। इसके अगले महीने पीएम मोदी ने यूक्रेन की राजधानी कीव का दौरा किया और राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की से कहा कि यूक्रेन और रूस को युद्ध समाप्त करने के लिए बिना समय बर्बाद किये एक साथ बैठना चाहिए।