पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों पर भारतीय सेना के ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद दोनों देशों में तनाव बढ़ गया है। लगातार तीसरे दिन आज विदेश मंत्रालय ने प्रेस वार्ता में विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने बताया कि भारत पाकिस्तानी घुसपैठ, ड्रोन से हमले और सीमा पर संघर्ष विराम उल्लंघन का माकूल जवाब दे रहा है।

ऑपरेशन सिंदूर’ से बौखलाए पाकिस्तान की कायरना हरकतों को लेकर विदेश मंत्रालय, सेना और वायु सेना ने शुक्रवार को एक बार फिर प्रेस कॉन्फ्रेंस की। विदेश सचिव विक्रम मिसरी के साथ कर्नल सोफिया कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने पाकिस्तान की नापाक हरकतों का पर्दाफाश किया। इस दौरान विदेश सचिव से अमर उजाला ने भी सवाल किए। सवाल था- आईएमएफ से पाकिस्तान को बेल आउट मिलने की संभावना पर क्या कहेंगे? और पाकिस्तान के हमले का जवाब किस तरह दिया जाएगा?
इस पर मिसरी ने कहा कि सिंधु जल संधि का जहां तक सवाल है, इस पर विस्तार से हमने चर्चा की है। सिंधु जल संधि को निलंबित रखा गया है। जहां तक आईएमएफ से पाकिस्तान को बेलआउट का सवाल है, वहां पर हम हमारा पक्ष रखेंगे, उसकी आज बैठक हो रही है। हम वहां पर दूसरे सदस्यों के साथ अपना पक्ष साझा करेंगे। यह आईएमएफ बोर्ड पर निर्भर करता है कि वह क्या निर्णय लेता है। आज सुबह जो गतिविधियां हुईं, भारत ने उनका जिम्मेदारीभरा और पर्याप्त तरीके से जवाब दिया है।
अमर उजाला ने क्या सवाल किया?
कल आपने पाकिस्तान को आईएमएफ बेलआउट और सिंधु जल संधि पर जो टिप्पणी की, उसकी तीखी प्रतिक्रिया आई। लेह से भुज तक सीमा पर घुसपैठ का प्रयास किया गया। मौजूदा हालात में बेलआउट पैकेज पर आपका आकलन क्या है? पाकिस्तानी घुसपैठ के प्रयासों का भारत ने उस तरह का जवाब नहीं दिया है तो क्या आने वाले समय में बीते 24 घंटे की कार्रवाई का जवाब देगा?
विक्रम मिस्री का जवाब
विक्रम मिस्री ने कहा, ‘सिंधु जल संधि पर पहले ही काफी कुछ कहा जा चुका है। इसे निलंबित किया जा चुका है। कल इस पर विस्तार से चर्चा हो चुकी है, ऐसे में इस फैसले पर फिलहाल कुछ भी कहने को नहीं है। कैबिनेट कमेटी ऑन सिक्योरिटी (CCS) की बैठक में जो फैसला हुआ है, फिलहाल वही लागू है।’ मिस्री ने कहा कि जहां तक आईएमएफ बेलआउट का सवाल है तो भारत आज की बैठक में अपना पक्ष मजबूती से रखेगा। हम IMF के मंच पर दूसरे सदस्यों के साथ भी अपना मत साझा करेंगे। अंतिम फैसला बोर्ड को करना है। पाकिस्तान की ओर से सीमा के उल्लंघन और ड्रोन से घुसपैठ के खिलाफ रत ने पर्याप्त जवाब दिया है।