पाकिस्तान संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) में गैर-स्थायी सदस्य बन गया है. वो 2 साल तक अस्थायी तौर पर यूएनएससी का सदस्य रहेगा. आतंकवाद के लिए पूरी दुनिया में बदनाम पाकिस्तान का संयुक्त राष्ट्र की सुरक्षा परिषद में शामिल होना अधिकांश लोगों को आश्चर्यचकित कर रहा है. इसके पीछे की वजह को जानने के लिए संयुक्त राष्ट्र की सुरक्षा परिषद का सदस्य बनने की प्रक्रिया को समझना होगा जिसने आसानी से पाकिस्तान को यह सदस्यता दिला दी.
2 साल के लिए चुने जाते हैं अस्थायी सदस्य
यूएनएससी का सदस्य बनने के लिए एक चुनावी प्रक्रिया है, जिसके जरिए संयुक्त राष्ट्र के सदस्य देश सुरक्षा परिषद की स्थायी और अस्थायी सदस्यता पाते हैं. अस्थायी सदस्यों का कार्यकाल 2 साल का होता है. भारत भी कई बार यूएनएससी का अस्थायी सदस्य रह चुका है.