प्रयागराज महाकुंभ मेला 2025 का आगाज हो चुका है. महाकुंभ के दूसरे दिन 14 जनवरी को मकर संक्रांति मनाई गई. मकर संक्रांति पर करीब 3.50 करोड़ श्रद्धालुओं ने पुण्य की डुबकी लगाई. पीएम मोदी से लेकर सीएम योगी तक सभी ने मकर संक्रांति पर बधाई और शुभकामनाएं दीं. तो वहीं सनातन पंरपरा का निर्वहन करते हुए अखाड़ों ने ब्रह्ममुहूर्त में संगम में पुण्य की डुबकी लगाई. श्रद्धालुओं पर मकर संक्रांति के स्नान पर्व पर भी हेलीकॉप्टर से पुष्पवर्षा की गई. मार्डन साध्वी हर्षा रिछरिया भी छाई रहीं.
60,000 से अधिक सुरक्षाकर्मी तैनात
महाकुंभ मेला 2025 पर प्रमुख सचिव गृह संजय प्रसाद ने कहा कि प्रयागराज में रहने वाले लोगों के लिए उचित व्यवस्था की है. लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए 60,000 से अधिक सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया गया है. किसी भी आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए भी व्यवस्था की है. सभी अधिकारी अच्छी तरह से प्रशिक्षित हैं. मकर संक्रांति पर भीड़ होने के बाद भी श्रद्धालुओं को कोई दिक्कत नहीं होने दी.
साधु-संतों ने सरकार की व्यवस्था पर खुशी जाहिर की
मकर संक्रांति स्नान करने के बाद साधु-संतों ने सरकार की व्यवस्था पर खुशी जाहिर की. जगद्गुरु स्वामी रामभद्राचार्य ने कहा कि सरकार ने महाकुम्भ की व्यवस्था बहुत अच्छी की है. इस व्यवस्था से मैं बहुत प्रसन्न हूं. सरकार ने इतनी बड़ी भीड़ को भी नियंत्रित किया है, इसलिए सरकार साधुवाद की पात्र है. वहीं, परमार्थ निकेतन आश्रम ऋषिकेश के आध्यात्मिक प्रमुख स्वामी चिदानंद सरस्वती ने कहा कि यह पूरे सनातन का स्नान है. यह अमृत व सनातन के अमर होने का पर्व है. उन्होंने कहा कि जो लोग कहते हैं हम बटे पड़े हैं, आखिर हम कहां बटे पड़े हैं. करोड़ों कल, करोड़ों आज आए और करोड़ों आ रहे हैं. हर घाट पटा है.
अमृत स्नान के लिए फेवरिट स्पॉट बना संगम नोज
महाकुम्भ के पहले अमृत स्नान मकर संक्रांति पर्व पर मंगलवार को करोड़ों लोगों ने आस्था की डुबकी लगाई. श्रद्धालुओं की प्राथमिकता संगम नोज रहा, जहां पर अखाड़ों के संतों और गुरुओं ने भी स्नान किया. संगम नोज पर एक तरफ जहां अखाड़ों के संत आरक्षित स्थान पर स्नान कर रहे थे तो वहीं दूसरी तरफ श्रद्धालुओं भी संगम नोज पर स्नान कर पा रहे थे. ये संभव हुआ सिंचाई विभाग की यांत्रिक शाखा यांत्रिक बैराज यांत्रिक खंड अनुरक्षण वाराणसी के भगीरथ प्रयासों से, जिसने मात्र 85 दिनों में तीन शिफ्ट में काम करके शास्त्री ब्रिज से संगम नोज तक 26 हेक्टेयर क्षेत्र का विस्तार किया. इसमें 2 हेक्टेयर क्षेत्र का विस्तार सिर्फ संगम नोज पर किया गया. इसके चलते साधु संत और श्रद्धालुओं का संगम नोज पर एक साथ अमृत स्नान संभव हो सका.
पाकिस्तान और अरब देशों में भी महाकुम्भ की धूम
महाकुम्भ अब सिर्फ भारतीय आयोजन नहीं रहा, यह एक वैश्विक पर्व बन गया है. ब्राजील, जर्मनी, जापान, इंग्लैंड, अमेरिका और स्पेन जैसे देशों के श्रद्धालु भी प्रयागराज पहुंचने लगे हैं. यह आयोजन अब अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सनातन संस्कृति के बढ़ते प्रभाव को दिखा रहा है. खास बात ये है कि पाकिस्तान और अरब समेत इस्लामिक देश भी महाकुम्भ में रुचि दिखा रहे हैं. गूगल ट्रेंड्स के अनुसार, इस्लामिक देशों में योगी सरकार द्वारा आयोजित किए जा रहे महाकुम्भ के आयोजन को खूब सर्च किया जा रहा है.
महाकुंभ में पहली बार किन्नर अखाड़ा ने निकाला भव्य जुलूस
जूना अखाड़ा और आनंद अखाड़ा के महामंडलेश्वर अपने अनुयायियों संग भव्य जुलूस निकालते हुए अमृत स्नान के लिए पहुंचे. उनकी उपस्थिति ने श्रद्धालुओं के उत्साह को और बढ़ा दिया. किन्नर अंतरराष्ट्रीय अखाड़ा के सदस्यों ने भी अमृत स्नान में भाग लिया. उन्होंने कहा कि यह आयोजन आस्था और समानता का अद्भुत उदाहरण है. किन्नर अखाड़ों की शोभा यात्रा को देखने के लिए श्रद्धालुओं का भारी हुजूम दिखाई दिया.