हाल ही में दिल्ली के लाल किला मेट्रो स्टेशन के पास 10 नवंबर 2025 को हुए कार बम विस्फोट(जिसे सरकार ने आतंकवादी हमला घोषित किया)की जांच तेज हो गई है. इस हमले का मुख्य संदिग्ध डॉ. उमर उन नबी है जिसकी पहचान विस्फोटकों से भरी i20 कार के चालक के रूप में हुई है. जांच में फरीदाबाद स्थित अल-फलाह यूनिवर्सिटी से चलाए जा रहे एक “सफेदपोश आतंकी मॉड्यूल” का भी खुलासा हुआ है जिसमें कई पेशेवर लोग शामिल हैं. डायरियों से पता चला है कि 8 से 12 नवंबर तक हमले की योजना बनाई गई थी और बम बनाने के लिए 20 लाख जुटाए गए थे.
जैश-ए-मोहम्मद के 13 ठिकानों पर छापे
दिल्ली ब्लास्ट मामले की जांच के सिलसिले में काउंटर-इंटेलिजेंस कश्मीर(CIK)ने कश्मीर घाटी में 13 जगहों पर एक साथ छापेमारी की. इसका लक्ष्य जैश और अंसार गजवत-उल-हिंद जैसे आतंकी संगठनों से जुड़े लोगों की पहचान करना और दिल्ली के संदिग्धों को सामान और संचार में मदद देने वाले बड़े नेटवर्क का पता लगाना. CIK ने श्रीनगर, अनंतनाग, कुलगाम, पुलवामा और शोपियां जिले में छापेमारी की.
