राजनाथ सिंह ने कहा कि हमारे देश पर हमला करने की हिम्मत करने वालों को मुंहतोड़ जवाब देना मेरी जिम्मेदारी है। आप सभी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कार्यशैली और दृढ़ता को जानते हैं।

पहलगाम आतंकी हमले के कसूरवार पाकिस्तान को चेतावनी देते हुए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि यह मेरी जिम्मेदारी है कि मैं सशस्त्र बलों के साथ मिलकर काम करूं और भारत पर बुरी नजर रखने वालों को करारा जवाब दूं। साथ ही कहा कि देश जो चाहता है, वह जरूर होगा। उनकी यह टिप्पणी हाल ही में पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले की पृष्ठभूमि में आई है।
दिल्ली में सनातन संस्कृति जागरण महोत्सव में सिंह ने कहा कि लोग प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बहुत अच्छी तरह से जानते हैं। उनकी कार्यशैली, दृढ़ संकल्प और जिस तरह से उन्होंने अपने जीवन में जोखिम उठाना सीखा है, उससे लोग भली-भांति परिचित हैं। मैं आपको आश्वस्त करना चाहता हूं कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में जैसा आप चाहते हैं, वैसा होकर रहेगा।
देश पर हमला करने की हिम्मत करने वालों को मुंहतोड़ जवाब देना मेरी जिम्मेदारी’
उन्होंने कहा कि रक्षा मंत्री के तौर पर मेरी जिम्मेदारी है कि मैं अपने सैनिकों के साथ मिलकर काम करूं और देश की सीमाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करूं। मेरी जिम्मेदारी है कि मैं सशस्त्र बलों के साथ मिलकर उन लोगों को मुंहतोड़ जवाब दूं जो हमारे देश पर बुरी नजर रखते हैं। पहलगाम आतंकी हमले के अगले दिन एक कार्यक्रम में सिंह ने कहा था कि सरकार हर वह कदम उठाएगी जो जरूरी और उचित होगा। उन्होंने कहा था कि हम न केवल इस घटना को अंजाम देने वालों का पता लगाएंगे, बल्कि हम उन लोगों तक भी पहुंचेंगे, जिन्होंने पर्दे के पीछे बैठकर भारतीय धरती पर इस नापाक कृत्य को अंजाम देने की साजिश रची है।
कार्यक्रम में सिंह ने ‘देश की आत्मा की रक्षा’ में संतों और आध्यात्मिक लोगों की भूमिका की सराहना की। उन्होंने कहा कि एक जवान रणभूमि में लड़ता है जबकि एक संत जीवनभूमि में लड़ता है। भारत की शक्ति केवल उसकी सशस्त्र सेनाओं में ही नहीं, बल्कि उसकी संस्कृति और आध्यात्मिकता में भी निहित है। उन्होंने कहा कि यह वह भूमि है जो अर्जुन जैसे योद्धा के लिए जानी जाती है, लेकिन इसने दुनिया को भगवान बुद्ध जैसा संत भी दिया है। यह एक ऐसा राष्ट्र है जहां तलवार को ध्यान (तपस्या) से शुद्ध किया जाता है। उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि 2047 तक ‘विकसित भारत’ का लक्ष्य हासिल करने के लिए देश को हर तरह से मजबूत बनना होगा। उन्होंने कहा कि हम तभी सच्चे अर्थों में विकसित भारत बनेंगे जब हम आर्थिक, आध्यात्मिक और सांस्कृतिक रूप से मजबूत बनेंगे